पठानकोट के पास चक्की खड्ड पर बने दो रेलवे पुलों में से एक 1952 का और दूसरा लगभग 15 साल पुराना है। सोमवार को पानी के तेज बहाव और भूमि कटाव में दोनों पुलों की रिटेनिंग वॉल बह गई।
मंगलवार को पुल की सुरक्षा जांच के लिए दिल्ली रेलवे विभाग, फिरोजपुर डिवीजनल और जम्मू नॉर्दर्न डिवीजन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। टीम ने पुल के नीचे सपोर्ट स्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कई बदलावों और उपायों पर विचार किया।
फिलहाल स्थिति को देखते हुए 24 घंटों में पुल से गुजरने वाली करीब 70 ट्रेनों की स्पीड घटाकर 10 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई है। जांच के दौरान भी खड्ड में भूमि कटाव जारी रहा, जिससे पुल की सुरक्षा पर चिंता बनी हुई है।